मंगलवार रात ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में छह मंज़िला इमारत दो इमारतों के गिरने से और शवों की बढ़ती संख्या से प्रशासन के भीतर फैली भृष्टाचार की बीमारी का खुलासा हुआ है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक परियोजना अख्तर अब्बास जैदी और प्रबंधक परियोजना वी पी सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है. इस घटना में अभी तक नौ लोगो के शव मलबे से बाहर निकले गए है. जिनमे 6 पुरुष,2 महिलाएंव एक बच्ची है
महिलाओ की शिनाख्त प्रियंका त्रिवेदी और राजकुमारी, वहीं पुरुषों में तीन की शिनाख्त रंजीत भीमाली, शमशाद, शिव त्रिवेदी के रूप में हुई है. इसके अलावा, 14 महीने की बच्ची की शिनाख्त पंखुड़ी उर्फ गुनगुन के रूप में हुई है. जबकि बाकी बचे दो पुरुषो के शवों की पहचान नहीं हो पायी है. मामला बहुत संगीन हो चूका है , यहां तक की इस इमारत का नक्शा तक पास नही हुआ था फिर इस इमारत को बनने से रोका क्यों नहीं गया. नज़दीकी निवासियों के अनुसार अवैध इमारत के बनने की शिकायत भी की गयी थी लेकिन उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, यह भी बताया गया है की इमारत बनाने के लिए प्रयोग में लायी गयी सामग्री गुणवत्ता के आधार पर बहुत निचले स्तर की थी.वही बचाव दल अभी भी इस अंदेशे में घिरे है की शायद ध्वस्त हुई इमारत के मलबे में और लोग भी दबे हुए है, जिसके लिए राहत बचाव कार्य ज़ारी है