नई दिल्ली : इमरान सरकार ने भारत के साथ संबंधों को फिर से स्थापित करने के लिए व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए बुधवार को मंजूरी दे दी, आर्थिक मामलों पर पाकिस्तान की कैबिनेट समिति ने 30 जून, 2021 तक भारत से कपास आयात करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी.
चीनी के आयात को मंजूरी भी जल्द मिलने की उम्मीद है, स्थानीय उत्पादन छह लाख गट्ठर कम होने का अनुमान लगाने के बाद पाक कपास की खरीद करना चाहता है, जो कि कम से कम 30 वर्षों में सबसे कम होगा.
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भारत ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, पाक ने अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने और राज्य को दो नए केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद भारत के साथ व्यापार संबंध तोड़ दिए थे.
दोनों परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच संबंध इस साल फरवरी से ही पटरी पर आने की कोशिश में हैं क्योंकि दोनों ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर साल 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने के लिए एक संयुक्त बयान जारी किया.
इससे पहले पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को एक पत्र लिख कर कहा है कि जम्मू कश्मीर मुद्दा सहित दोनों देशों के बीच लंबित सभी मुद्दों का समाधान करने को लेकर सार्थक और नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है.
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इमरान खान ने यह पत्र पाक दिवस के मौके पर पिछले सप्ताह पीएम मोदी द्वारा उन्हें भेजी गई बधाइयों के जवाब में लिखा है, मोदी ने अपने पत्र में कहा था कि पाकिस्तान के साथ भारत सौहार्द्रपूर्ण संबंधों की आकांक्षा करता है, लेकिन विश्वास का वातावरण, आतंक और बैर रहित माहौल इसके लिए ‘अनिवार्य’ है.
मोदी के पत्र के जवाब में खान ने उनका शुक्रिया अदा किया और कहा कि पाक के लोग भारत सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगी संबंध की आकांक्षा करते हैं, आतंक मुक्त माहौल पर खान ने कहा कि शांति तभी संभव है, यदि कश्मीर जैसे सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो जाए.