नई दिल्ली : महाराष्ट्र में गृह मंत्री के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उत्पन्न हुए सियासी घमासान के बीच बीजेपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा महाराष्ट्र में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, चाहे पैसे की उगाही की घटना हो या ट्रांसफर का रैकेट हो, ये दुखदाई है.
लेकिन सबसे आश्चर्य की कोई बात है तो वह सीएम ठाकरे का मौन है, इतनी घटनाएं होने के बाद भी सीएम मौन हैं, जबकि पवार साहब ने मंत्रियों को बचाने का काम किया.
ये भी पढ़ें : लेख : छुट्टी पर जाने से पहले यूपी के उन चार लाख युवाओं से सवाल जिन्हें सरकारी नौकरी मिली है : रवीश कुमार
फडणवीस ने कहा मूल घटना को आड़ में लेकर हफ्तावसूली और ट्रांसफर के रैकेट को छुपा नहीं सकते, जिन्होंने रैकेट किया उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
फडणवीस ने कहा महावसूली सरकार में कांग्रेस का क्या अस्तित्व है समझ नहीं आता,,, शायद हफ्ता वसूली में बड़ी रकम उनको मिल रही है इसलिए मौन हैं, हम पूछना चाहते हैं कि क्या सरकार में जितना आपका हिस्सा है उतना ही उगाही में है.
फडणवीस ने कहा कोरोना की तरफ सरकार का ध्यान ही नहीं है, महाराष्ट्र में ही कोरोना इतना क्यों बढ़ रहा है,,, सरकार इसपर क्या कर रही है, राज्यपाल से हमने मांग की है कि सीएम बोलते नहीं हैं तो सीएम से रिपोर्ट मांगी जाए,,, कि हफ्ता वसूली और कोरोना पर क्या किया है.
ये भी पढ़ें : क्या पत्रकार ही पत्रकार के दुश्मन बन गए?
इस बीच खबर है कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक होने जा रही है, मुंबई के मालाबार हिल्स के सहयाद्री गेस्ट हाउस में होने वाली इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत अन्य मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है.
कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है, इसमें अनिल देशमुख पर लगे आरोपों और विपक्ष की ओर से मांगे जा रहे उनके इस्तीफे जैसे मुद्दों पर भी चर्चा संभव है.
बता दें कि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, इसके बाद राज्य की राजनीति में घमासान मचा है, विपक्ष देशमुख का इस्तीफा मांग रहा है.