नई दिल्ली : गोविंदा पिछले काफी समय से फिल्मों से दूर हैं, नब्बे के दशक में बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी की गारंटी माने जाने वाले गोविंदा ने हाल ही में अपने जीवन के कई पहलुओं पर खुलकर बात की है.
गोविंदा कहा ने कि वह इसके बारे में कुछ नहीं कहना चाहते, उन्होंने कहा सभी का अपना संघर्ष का दौर होता है, मेरा भी रहा, आजकल हर कोई इसके बारे में बात कर रहा है, नए टैलेंट को मौका देना चाहिए, अगर वह डिजर्व करता है तो.
ये भी पढ़ें : लेख : यू ट्यूबर और अपनी वेबसाइट चलाने वालों पर लगाम लगाने की तैयारी : रवीश कुमार
गोविंदा ने कहा कि वह भी नेपोटिज्म के शिकार हैं, दरअसल, कॉमेडी शो में कृष्णा अभिषेक के जरिए गोविंदा पर बनाए जा रहे मजाक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा ऐसा कहा गोविंदा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कृष्णा अभिषेक ऐसा क्यों कह रहा है.
गोविंदा ने कहा कि मुझे नहीं पता उसे यह सब करने के लिए कौन कहता है, वह एक अच्छा लड़का है, वह मेरा मजाक उड़ाने के साथ मेरी अब इमेज भी खराब कर रहा है, इसके पीछे जो भी है, हमें सब समझ आ रहा है.
ये भी पढ़ें : क्या पत्रकार ही पत्रकार के दुश्मन बन गए?
गोविंदा ने कहा कि मैं भी नेपोटिज्म का शिकार हो चुका हूं, मेरी जिंदगी में भी एक समय ऐसा आया था जब मुझे काम मिलना बंद हो गया था, मैंने अमिताभ बच्चन का भी संघर्ष देखा है.
वह स्टेज पर आते थे तो लोग उन्हें देखकर मुंह मोड़ लेते थे या वहां से चले जाते थे, मुझे नहीं पता कि उन्हें सपोर्ट करने को लेकर शायद लोगों ने मेरा भी बॉयकॉट किया, उन्हें तो लोगों ने फ्री कर दिया, लेकिन मुझे पकड़ लिया.