नई दिल्ली : गुलाम नबी आज़ाद ने पीएम मोदी की तारीफ की, जिस पर अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रतिक्रिया सामने आई है.
हरीश रावत ने कहा है कि पीएम के लिए चायवाला शब्द हम सबकी जुबान पर गुलाम नबी आजाद ने ही चढ़ाया था, बता दें की आज जम्मू में आज़ाद ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वो अपनी असलियत नहीं छुपाते हैं.
हरीश रावत ने कहा आजाद जी की हर बात में कोई उद्देश्य नहीं ढूंढना चाहिए, लेकिन देश में फिलहाल मंहगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं.
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ऐसे में मोदी जी की तारीफ भूसे में सुई ढूंढने जैसा है, हालांकि आजाद ने किस भाव से बात कही है, वो वही जानते हैं, कल तो उन्होंने देश के हालात पर चिंता भी व्यक्त की थी.
आपको बता दें कि बीते रोज़ जम्मू में गुलाम नबी आज़ाद की अध्यक्षता में G-23 नेताओं की बैठक हुई थी, गांधी ग्लोबल फैमिली की बैठक में कांग्रेस के तमाम नेता जुटे थे.
इस शांति सम्मेलन में आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर जैसे कांग्रेस के G-23 नेता शामिल हुए थे, इस पर रावत ने कहा कि वो सभी हमारे वरिष्ठ नेता हैं, उनके उठाए गए मुद्दों का सोनिया गांधी ने सामाधान भी निकाल दिया, संगठन में चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि राज्यों के चुनाव के बाद संगठन के चुनाव होंगे.
आज पीएम मोदी की तारीफ करते हुए गुलाम नबी आज़ाद ने कहा ठहमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि वो गांव से थे, कुछ भी नहीं थे, बर्तन मांजते थे, चाय बेचते थे, सियासी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं.
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लेकिन कम से कम जो अपनी असलियत है उसको नहीं छिपाते, जो आदमी अपनी असलियत छुपाता है वह आरज़ी दुनिया में रहता है, आदमी को फख्र होना चाहिए.
हरीश रावत ने कहा पीएम मोदी जी स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत ने जो पब्लिक सेक्टर खड़ा किया था उस पब्लिक सेक्टर को बेचकर पूंजीपतियों के खजाने भरने जा रहे हैं, इस सरकार में सिर्फ दो ही लोग निर्णय लेते हैं.