नई दिल्ली : हेल्थ क्षेत्र में बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है.
ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा नए स्तर पर है.
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पीएम मोदी ने कहा चिकित्सा उपकरणो से लेकर दवाईयों तक, वेंटिलेटर्स से लेकर वैक्सीन्स तक, वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर निगरानी ढांचा तक, डॉक्टर्स से लेकर महामारी तक, हमें सभी पर ध्यान देना है, ताकि देश भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य आपदा के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहे.
पीएम मोदी ने कहा कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव औऱ अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है.
मोदी ने आगे कहा देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने साल 2025 तक का लक्ष्य रखा है, टीबी भी संक्रमित व्यक्ति के droplets से ही फैलती है, टीबी की रोकथाम में भी मास्क पहनना, शीघ्र निदान और उपचार, तीनों ही अहम हैं.
पीएम मोदी ने कहा कोरोना काल में आयुष से जुड़े हमारे नेटवर्क ने भी बेहतरीन काम किया है, न सिर्फ मानव अनुसंधान को लेकर बल्कि इम्यूनिटी और वैज्ञानिक अनुसंधान को लेकर भी हमारा आयुष का इंफ्रास्ट्रक्चर देश के बहुत काम आया है.
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पीएम ने कहा भारत की दवाओं और वैक्सीन के साथ साथ हमारे मसालों और हमारे काढ़े का भी कितना बड़ा योगदान है, ये दुनिया आज अनुभव कर रही है, हमारी ट्रेडिशनल मेडिसीन ने भी विश्व मन पर अपनी एक जगह बनाई है.
देश को वेलनेस सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, क्रिटिकल केयर यूनिट, हेल्थ सर्विलांस इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक लैब्स और टेली मेडिसीन चाहिए, हमें हर स्तर पर काम करना है, हर स्तर को बढ़ावा देना है.