नई दिल्ली : भारतीय स्थान घरेलू क्रिकेट में एक खिलाड़ी ने बनाया, ये हैं वसीम जाफर, वसीम जाफर आज 43वां जन्मदिन मना रहे हैं, उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से करना सचिन के कई फैंस को अजीब लग सकता है.
लेकिन जब आप वसीम जाफर के क्रिकेट करियर को देखेंगे तो अंदाजा हो जाएगा कि वसीम जाफर होना आसान नहीं है, खासकर रणजी ट्रॉफी में वसीम जाफर के आगे सचिन समेत देश के सारे बड़े सितारे फीके हैं.
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वसीम जाफर ने 41 साल तक क्रिकेट जगत में अपने बल्ले से धूम मचाई, वे रणजी ट्रॉफी में 12 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं, वसीम जाफर ने करीब 41 साल तक क्रिकेट खेला, न सिर्फ खेला बल्कि चैंपियन की तरह खेला.
39 साल की उम्र में जब वह रणजी खेल रहे थे, तो उनकी टीम विदर्भ ने पहली बार रणजी का खिताब अपने नाम किया, वसीम जाफर के नाम एक और रिकॉर्ड है कि उन्होंने आज तक जितनी भी टीमों से फाइनल खेला है.
वह टीम रणजी ट्रॉफी में चैंपियन बनी है, इस बार भी विदर्भ की टीम फाइनल में पहुंची और विजेता बनी, वसीम जाफर ने विजयी रन बनाया.
वसीम जाफर ने विदर्भ को जनवरी 2018 में पहली बार रणजी चैंपियन बनाया था, लेकिन उन्होंने अपनी टीम को चैंपियन बनाने के बाद टीम से मैच फीस नहीं ली थी.
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उनके बारे में जब ये खबर टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने देखी तो वह उसे सराहे बिना नहीं रह सके, उन्होंने उसकी तस्वीर लेकर गौतम गंभीर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला है और वसीम जाफर की तारीफ की थी.
वसीम जाफर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 57 शतक बनाए हैं, इसके अलावा वे सबसे अधिक रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं, उनके नाम ही इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड है.
वे रणजी ट्रॉफी में 36 शतक लगा चुके हैं, जाफर ने 1996 में पहला फर्स्ट क्लास मैच खेला था, वे अब तक 260 प्रथम श्रेणी मैच और 118 लिस्ट ए मैच खेल चुके हैं.