महाराष्ट्र: देश के मशहूर समाजसेवी अन्ना हज़ारे खुद को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जोड़े जाने पर गुस्से में आ गए हैं। दरअसल हाल ही में अन्ना हज़ारे ने केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में अनिश्चितकालीन अनशन किया था। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यंमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनके मांगों को मानने की तस्सली देते हुए उनका अनशन खत्म करवाया। अनशन खत्म होने के बाद वह अपने गांव आ गए हैं। लेकिन, अन्ना के आंदोलन में नाथूराम गोडसे की रिश्तेदार कल्पना ईनामदार के शामिल होने पर सवाल उठाए जाने लगे हैं।
कल्पना दिल्ली में हुए इस अनिश्चितकालीन अनशन की मुख्य सूत्रधार थीं। जिसके चलते अन्ना द्वारा किए गए इस आंदोलन को आरएसएस से जोड़कर देखा जा रहा है। आरएसएस के साथ नाम जुड़ने पर अन्ना भड़क गए हैं और उन्होंने बदनामी करने वालों को कोर्ट में घसीटने की चेतावनी दी है।
अन्ना ने बृहस्पतिवार को अपने गांव रालेगण सिद्धि में कहा कि वह वकीलों से राय ले रहे हैं और बदनामी करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। इस मामले पर कल ही अन्ना ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कल्पना से उनका कभी कोई संबंध नहीं रहा और मैं इससे पहले उनसे कभी मिला भी नहीं हूँ। जैसे इस आंदोलन में अन्य हज़ारों लोगों जमा हुए थे। वैसे ही कल्पना भी उन हजारों लोगों में से एक थी।
उन्होंने भी उन्ही लोगों की तरह इस आंदोलन में हमारा साथ दिया था। अन्ना ने कहा कि कल्पना ईनामदार आंदोलन की प्रमुख नहीं थी।
अन्ना के मुताबिक समन्वय समिति के सभी कार्यकर्ताओं को अलग-अलग काम दिया गया था। इसी तरह कल्पना को भी मंडप और व्यासपीठ की जिम्मेदारी दी गई थी।