नई दिल्ली : टीएमसी छोड़कर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने उनकी विधानसभा सीट नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की सीएम ममता द्वारा दी गई चुनौती स्वीकार कर ली.
अधिकारी ने कहा वह चुनाव में उन्हें (ममता को) हरायेंगे, वरना राजनीति छोड़ देंगे, हालांकि अधिकारी ने कहा कि उम्मीदवारों पर आखिरी निर्णय बीजेपी नेतृत्व विस्तृत चर्चा के बाद लेगा.
न कि जैसे सत्तारूढ़ टीएमसी में मनमाने तरीके से होता है, ममता ने उससे पहले दिन में नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया था, इस सीट से राजनीतिक दिग्गज शुभेंदु अधिकारी जीते थे.
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अधिकारी ने कहा यदि मुझे मेरी पार्टी नंदीग्राम से चुनाव मैदान में उतारती है तो मैं उनको कम से कम 50000 वोटों के अंतर से हराऊंगा, अन्यथा मैं राजनीति छोड़ दूंगा.
अधिकारी ने कहा कि लेकिन टीएमसी जहां ममता और उनके भतीजे ‘तानाशाही ‘ तरीके से चलाते हैं वहीं बीजेपी में उम्मीदवार चर्चा के बाद तय किये जाते हैं और मेरी उम्मीदवारी पर फैसला पार्टी को करना है.
तीन किलोमीटर के रोडशो के बाद उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा मैं नहीं जानता कि मुझे कहां से उतारा जाएगा और उतारा भी जाएगा या नहीं.
उन्होंने कहा कि ममता बस चुनाव से पहले ही नंदीग्राम को याद करती हैं एवं उन पर नंदीग्राम गोलीबारी में लिप्त रहे एक IPS अधिकारी को चार बार सेवा विस्तार देने का आरोप लगाया.
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अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता नंदीग्राम के लोगों की भावनाओं के साथ खेल रही हैं लेकिन ‘‘इस बार यह काम नहीं करेगा और उनकी पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से बंगाल की खाड़ी में फेंक दी जाएगी.
उन्होंने दावा किया कि ममता की सभा में ज्यादातर लोग बाहर से लाए गए थे.