नई दिल्ली : सीबीआई ने करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले के सिलसिले में रोज वैली समूह के प्रमुख गौतम कुंडु की पत्नी शुभ्रा कुंडु को गिरफ्तार किया.
सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों ने पोंजी घोटाले में कथित भूमिका को लेकर शुभ्रा को गिरफ्तार किया, वह इस मामले में सीबीआई और ईडी द्वारा वांछित थी.
रोज वैली समूह ने हजारों लोगों को निवेश पर अच्छा लाभ देने का झांसा लेकर उनका धन कथित तौर पर हड़प लिया है.
ये भी पढ़ें : किसान आंदोलन : ‘सरकार 100 बार भी बुलाएगी तो हम जाएंगे : किसान नेता
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, रोज वैली समूह ने इन योजनाओं के तहत निवेशकों से 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि एकत्र की है, उन्होंने बताया कि रोज वैली ने देशभर के होटलों और रिसॉर्ट में पर्याप्त निवेश किया था.
शुभ्रा द्वारा संचालित आभूषण चेन अद्रिजा को जांच शुरू होने के बाद एजेंसियों ने सील कर दिया था, ईडी ने नवम्बर, 2019 में शुभ्रा के खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी किया था.
ईडी ने सेबी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर मार्च, 2015 में गौतम कुंडु को गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में बंद है, ईडी अब तक रोज वैली की 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है.
अधीर रंजन चौधरी ने चिटफंड घोटालों की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने और राज्य सरकार से इस घोटाले के शिकार निवेशकों को मुआवजा देने की मांग की थी.
ये भी पढ़ें : Sapna Choudhary ने बेटे के नाम को रखा है बेहद सीक्रेट
चौधरी ने ऐसे निवेशकों की एक रैली की अगुवाई करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार कई कल्याणकारी कार्यक्रमों की घोषणा कर रही है, लेकिन इन पीड़ित लोगों के लिए खास काम नहीं किया गया.
चौधरी ने मध्य कोलकाता में रैली के बाद कहा, ‘हालांकि राज्य सरकार ने निवेशकों को मुआवजा देने का वादा किया है और इस उद्देश्य के लिए एक आयोग का गठन किया है, लेकिन अभी तक असहाय लोगों को कोई खास राहत नहीं मिली.
चौधरी ने कहा कि हालांकि सीबीआई सहित एजेंसियां सारदा और अन्य चिट फंड घोटालों की जांच कर रही हैं, वे जांच पूरी नहीं कर पाई हैं, रैली में शामिल लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एक ज्ञापन भी सौंपा.