नई दिल्ली : पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि भारतीय टीम प्रबंधन ने खिलाड़ियों में ‘असुरक्षा’ पैदा कर दी है और ऋद्धिमान साहा तथा ऋषभ पंत के बीच रोटेशन का फैसला दोनों विकेटकीपरों के लिए ‘अनुचित’ है.
साहा को मेलबर्न में दूसरे टेस्ट की टीम से बाहर कर दिया गया है, गंभीर ने कहा कि अगर पंत अगले दो मैचों में नाकाम रहते हैं तो क्या उनके साथ भी यही सलूक किया जाएगा.
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गौतम गंभीर ने कहा ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि साहा ने श्रृंखला में बस एक टेस्ट खेला और उन्हें बाहर कर दिया गया,’ उन्होंने कहा, ‘अगर पंत दूसरे और तीसरे टेस्ट में अच्छा नहीं खेल सके तो क्या करेंगे, क्या फिर साहा को टीम में रखा जाएगा,’
गौतम गंभीर ने कहा कि खिलाड़ी कथनी से नहीं बल्कि करनी से सुरक्षित महसूस करते हैं जो मौजूदा टीम प्रबंधन नहीं करा सका है.
गौतम गंभीर ने कहा ‘यही वजह है कि टीम अस्थिर लग रही है क्योंकि किसी में भी सुरक्षा का भाव नहीं है, पेशेवर खेल में सुरक्षा का भाव काफी जरूरी है, देश के लिए ख्रेलने वाला हर खिलाड़ी प्रतिभाशाली होता है,’
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गंभीर ने कहा ‘उन्हें सुरक्षा और आश्वासन की जरूरत होती है कि वक्त पड़ने पर प्रबंधन उनका साथ देगा,’ उन्होंने कहा कि भारत के अलावा कोई भी विकेटकीपरों को रोटेट नहीं करता,
गौतम गंभीर ने कहा पंत और साहा दोनों के साथ काफी समय से नाइंसाफी हो रही है, हालात के अनुरूप उन्हें चुना जाता है, विकेटकीपरों के साथ ऐसा नहीं किया जाता, ऐसा गेंदबाजों के साथ होता है.’