नई दिल्ली : किसानों की तरफ से जयपुर-दिल्ली हाइवे बंद करने सहित सभी टोल प्लाजा को फ्री रखा जाएगा, रेल रोकने पर सहमति ने बनने से इस प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया है.
किसान नेताओं ने कहा कि उनकी मांगे जबतक पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा, पहले ही दिल्ली की अधिकतर सीमाएं बंद है, जबकि जयपुर-दिल्ली हाइवे को जाम किए जाने से राजस्थान से आने वालों को मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है.
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ज्यादातर किसान नेताओं का मानना था कि दिल्ली के दूसरे रास्तों को जाम किया जाना आंदोलन का धारदार बनाने का बेतहर तरीका हो सकता है.
खासतौर से जयपुर हाइवे को, जिससे बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही रहती है, इस पर सहमति बनने के साथ रेल रोको की योजना का स्थगित करने का फैसला लिया गया.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि रेल रोकने का प्रस्ताव फिलहाल स्थगित कर दिया है, इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से लिए गए फैसले के साथ किसान होंगे, दो दिन पहले किसान नेताओं ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी थी.
इसके बाद उन्होंने टिकरी, सिंघू, गाजीपुर और चिल्ला सीमा पर आंदोलन को तेज कर दिया है, औचंदी, मंगेशपुर और पियु मनियारी सीमा भी बंद होने की वजह से आने जाने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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किसानों के विरोध को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से जगह जगह डायवर्जन किए जा रहे हैं.
ओंकार सिंह ने कहा कि पंजाब के सभी जिलों के उपायुक्त कार्यालयों के बाहर भी शनिवार को किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन करेंगे, पंजाब में सभी टोल प्लाजा पहले से ही फ्री हैं, जिसे आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है.