बिहार: बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले PM मोदी ने राज्य को मत्स्य, पशुपालन व कृषि विभाग से जुड़ी 294.53 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी है।
गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के किसानों के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और ई-गोपाला एप लॉन्च किया। इस दौरान सूबे के सीएम नीतीश, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे।
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प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान प्रदेश में फैले कोरोना के कहर और बाढ़ पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार कोरोना के साथ-साथ बाढ़ का बहादुरी से सामना कर रहा है।
कोरोना और बाढ़ के कारण बिहार समेत आसपास के क्षेत्रों में जो स्थिति बनी है उससे हम भली भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का प्रयास है कि राहत के कामों को तेज गति से पूरा किया जाए।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोरोना संकट के कारण शहरों से लौटे कई श्रमिक साथी पशुपालन की तरफ बढ़ रहे हैं। सरकार की तरफ से उन्हें प्रोत्साहन भी मिल रहा है। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि आप आज जो कर रहे हैं,
उसका भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि आज देश के 50 करोड़ से ज्यादा पशुधन को खुरपका और मुंहपका जैसी बीमारियों से मुक्त करने के लिए मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। पशुओं को बेहतर चारे के लिए भी अलग-अलग योजनाओं के तहत प्रावधान किए गए हैं।
इसके अलावा PM मोदी ने आज 5 करोड़ की लागत से सीतामढ़ी के डुमरा में बखरी मछली बीज फार्म, 10 करोड़ का किशनगंज के मत्स्य पालन कॉलेज और पटना स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में जलीय रेफरल प्रयोगशला का उद्घाटन किया।
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पटना के मसौढ़ी का 2 करोड़ का फिश ऑन व्हील्स, मधेपुरा का एक करोड़ का मत्स्य चारा मिल, 2.87 करोड़ का कृषि विश्वविद्यालय, पूसा का समेकित मात्स्यिकी उत्पादन प्रौद्योगिकी केन्द्र का उद्घाटन किया।