नई दिल्ली: केंद्र देश भर में 13 नदियों के कायाकल्प पर काम कर रहा है और उनकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) पहले ही तैयार की जा रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को यह बताया। उन्होंने ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु के साथ एक बातचीत के दौरान कहा, कावेरी कॉलिंग आंदोलन की सालगिरह के मौके पर पिछले साल नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
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जावड़ेकर ने आभासी बातचीत के दौरान सद्गुरु को बताया,‘‘हमने पहले से ही 13 नदियों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट या डीपीआर तैयार कर लिया है। गंगा नदी पहले से ही लागू है। 13 महत्वपूर्ण नदियों का ध्यान रखा जा रहा है। इनमें ब्यास, चेनाब, झेलम, रावी, सतलज, लूनी, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, कावेरी,कृष्ण, ब्रह्मपुत्र और महानदी शामिल हैं।’’
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मंत्री पर्यावरण मंत्रालय द्वारा नदी के परिदृश्य का आकलन करने और 13 नदियों के कायाकल्प के लिए आवश्यक वानिकी हस्तक्षेप के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (ICFR) को सौंपे गए तकनीकी अध्ययन का उल्लेख कर रहे थे। जावड़ेकर सद्गुरु के साथ बातचीत कर रहे थे, जो दुनिया भर में नदी पुनर्जीवन के संदेश को फैलाने के लिए कावेरी कॉलिंग और रैली फॉर रिवर्स जैसे आंदोलनों के सर्जक रहे हैं।