नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। तबलीगी जमात के मौलाना साद के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इसके साथ ही कई अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
क्राइम ब्रांच ने ये एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच शुरू कर दी है। ये कार्रवाई सरकारी निर्देशों के उल्लंघन की वजह से की गई है।
जबकि निज़ामुद्दीन मरकज़ वालो का कहना है कि हमने तो 25 मार्च को ही प्रशासन को पत्र लिखकर बताया था कि मरकज से 1500 लोगों को भेजा जा चुका है मगर करीब 1000 लोग अभी भी वहां फंसे हैं, जिसके लिए वाहन पास जारी किए जाएं, साथ वाहनों की सूची भी लगाई गई थी मगर प्रशासन ने वाहन पास जारी नहीं किए। और कहा जो जहाँ है वो वहीँ रहे।
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दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने मरकज मामले में मंगलवार शाम को मौलाना साद और तबलीगी जमात के दूसरे लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
सरकारी निर्देशों के उल्लंघन के लिए महामारी रोग अधिनियम 1897 के अलावा आईपीसी की धारा 269, 270, 271 और 120-बी के तहत ये मामला दर्ज किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को मरकज मामले में केस दर्ज करने की अपील की थी।
जिसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने कार्रवाई के निर्देश दिए। इस बीच पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मरकज के मौलाना साद समेत और कई लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
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दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मस्जिद में पिछले दो दिनों के दौरान दिल्ली पुलिस को मिले 1830 व्यक्तियों में 281 विदेशी शामिल हैं।
इन विदेशी नागरिकों में ब्रिटेन और फ्रांस के नागरिक भी हैं। यहां मिले लोगों में से अधिकतर को अलग केंद्रों और अस्पतालों के अलग वार्ड में भेज दिया गया है।