दो साल बाद भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग में वापसी करते हुए चेन्नई ने दिखा दिया कि क्यों उन्हें लोग इतना पसंद करते हैं। रविवार को खेले गए फाइनल मैच में शेन वॉटसन ने हैदराबाद के गेंदबाजों को धाराशाही कर दिया और मैच 8 विकेट जीत लिया। इस जीत के साथ ही तीसरी बार धौनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने IPL का खिताब जीता है।
टॉस हारकर हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए थे। ये स्कोर उनकी गेंदबाजी को देखते हुए काफी बेहतर लग रहा था। लेकिन चेन्नई ने यह लक्ष्य 18.3 ओवरों में दो विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
चेन्नई के लिए शेन वॉटसन 57 गेंदों पर 11 चौके और आठ छक्के की मदद से नॉटआउट 117 रन की यादगार पारी खेली। इसी के साथ वो आईपीएल के इतिहास में फाइनल में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। वॉटसन ने रनों की ऐसी बरसात लगाई की सबसे अच्छी बॉलिंग यूनिट घुटनों पर आ गई। वॉटसन के अलावा सुरेश रैना ने भी 32 रनों की अहम पारी खेली जिसमें उन्होंने तीन चौके और एक छक्का लगाया। रायुडू 16 रन बनाकर नाबाद रहे। राशिद खान को एक भी विकेट नहीं मिला। ब्रैथवेट और संदीप शर्मा की झोली में एक-एक विकेट आया।
इससे पहले मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 178 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया है। चेन्नई को खिताब जीतने के लिए 179 रनों का स्कोर चेज करना है। हैदराबाद के लिए युसूफ पठान ने आखिरी ओवरों में दमदार पारी खेली और नाबाद 45 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान केन विलियमसन ने 47 रनों का योगदान दिया। पठान ने 25 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। विलियमसन ने 36 गेंदों का सामना किया और पांच चौकों के अलावा दो छक्के लगाए।