नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लगातार बीजेपी पर हम’लावर रहे हैं। इस मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि देश में एनआरसी को लागू करने की दिशा में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पहला कदम है। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ एक सार्वजनिक सभा भी करने वाले हैं। इसको लेकर निजामाबाद के बीजेपी सांसद अरविंद धर्मपुरी ने उनपर बड़ा हम’ला बोला है।
उन्होंने आगे कहा कि असदुद्दीन ओवैसी यहां देश को बांटने के लिए आ रहे हैं। क्या वह बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले लोगों के लिए लड़ना चाहते हैं? वह एक राष्ट्र-विरोधी के रूप में काम कर रहे हैं। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें हमेशा के लिए सलाखों के पीछे भेज दिया जाना चाहिए।
बीजेपी सांसद अरविंद धर्मपुरी ने कहा, ‘असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि सीएए सांप्रदायिक और असंवैधानिक है। वह एक सार्वजनिक सभा को संबोधित नहीं कर सकते क्योंकि तेलंगाना नगरपालिका चुनावों से पहले निजामाबाद में एक आचार संहिता लागू है। मैंने जिला कलेक्टर, चुनाव आयोग और पुलिस को लिखा है।’
गौरतलब है कि हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा था कि, ‘जो भी एनआरसी और सीएए के खिलाफ हैं, वे अपने घर के बाहर तिरंगा लहराएं। इससे बीजेपी को एक संदेश जाएगा कि उन्होंने एक गलत और काला कानून बना दिया है।’ ओवैसी ने इस रैली में ही भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और लोगों ने उनके पीछे-पीछे इसे पढ़कर दोहराया।
अमित शाह द्वारा दिए गए बयान पर ओवैसी ने कहा था उन्होंने देश को गुमराह किया है। उन्होंने कहा था, ‘आखिर क्यों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं, लोकसभा में अमित शाह ने मेरा नाम लेकर कहा था कि एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जाएगा।’