नई दिल्ली: कैबिनिट की नियुक्ति समिति ने सोमवार को अगले विदेश सचिव के नाम पर मुहर लगा दी है। बता दें कि अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला अगले विदेश सचिव के रूप में चुने गए हैं वह विजय गोखले की जगह लेंगे। हर्षवर्धन श्रृंगला 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं और वह अपने बैच के टॉपर भी रहे हैं। गौरतलब है कि अभी के विदेश सचिव विजय गोखले का कार्यकाल 29 जनवरी, 2020 को खत्म हो रहा है।
श्रृंगला अभी अमेरिका में भारत के राजदूत हैं। वह 29 जनवरी, 2020 को विजय गोखले से विदेश सचिव का पदभार ग्रहण करेंगे। श्रृंगला भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 1984 बैच के अधिकारी हैं। 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी श्रृंगला 35 साल में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। वह बांग्लादेश और थाइलैंड में भारत के उच्चायुक्त रह चुके हैं। वह वियतनाम, इजरायल और दक्षिण अफ्रीका में भी भारत के तरफ से महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किए जा चुके हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में बतौर मंत्री सेवाएं दी हैं और इसके अलावा वियतनाम और दक्षिण अफ्रीका में कॉन्स्युल जनरल के पद पर रहे हैं। विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर रहते हुए उन्होंने बांग्लादेश, श्री लंका, म्यांमार और मालदीव मामलों की जिम्मेदारी को संभाला है। दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रैजुएट श्रृंगला विदेश सेवा से जुड़ने से पहले कॉर्पोरेट और सार्वजनिक क्षेत्र में भी काम कर चुके हैं।
श्रृंगला नेसेंट्रल पेन्सिलवेनिया के एशियाई-भारतीय अमेरिकियों के सालाना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि यह प्रधानमंत्री के नेतृत्व और राजनीतिक स्थिरता का परिणाम है। उन्होंने कहा था कि आजादी के करीब 60 साल बाद देश 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सका। उसके बाद 2,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 12 साल लगे। वहीं 3,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में केवल पांच साल (2014-19) लगा।