नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया है कि राज्य में किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ किए जाएंगे। शनिवार को राज्य विधानसभा में ठाकरे ने इसको लेकर जानकारी दी है। सीएम ने सदन में बताया कि किसानों की कर्जमाफी का पैसा सीधे बैंकों में जमा किया जाएगा। अगले साल मार्च, 2020 से इस योजना को लागू किया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने आदिवासियों के विकास के लिए 500 करोड़ के पैकेज की घोषणा भी की है। इसके अलावा आशा वर्कर्स को 1 जनवरी 2020 से 2000 रुपए मानधन के रूप में दिए जाने का भी ऐलान उधव ठाकरे ने किया है।
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को घोषणा की कि विदर्भ क्षेत्र के सुरजागढ़ में जमशेदपुर जैसा इस्पात संयंत्र लगाया जाएगा। ठाकरे ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विधानसभा में कहा, ‘‘ हम पूर्व विदर्भ क्षेत्र में सुरजागढ़ के समीप जमशेदपुर या भिलाई जैसा इस्पात संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।’’ सुरजागढ नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में है। यह जिला अपने खनिज भंडार और घने जंगल के लिए जाना जाता है।
आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि 30 सितंबर 2019 तक का जो भी फसल ऋण (दो लाख रुपये तक) बकाया है, वो मेरी सरकार द्वारा माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना को महात्मा ज्योतिराव फुले ऋण माफी योजना कहा जाएगा। इसके अलावा जो किसान वक्त पर अपना कर्ज लौटा देंगे उन्हें विशेष योजना का हिस्सा बनाया जाएगा। वित्त मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि कर्जमाफी की कोई शर्त नहीं है। इस संबंध में सीएम दफ्तर की तरफ से समय पर विस्तृत सूचना दे दी जाएगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने फडणवीस पर भी निशाना साधा। अपने संबोधन में उद्धव ने कहा, ‘महाराष्ट्र में सदन के विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की बात से सहमत हूं कि राज्य को मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर उंगली नहीं करना चाहिए। लेकिन मैं याद दिलाना चाहूंगा कि मुश्किल समय या आपदाओं में भी लोग केंद्र को टैक्स देते हैं।’