नई दिल्ली: पूरे देश में बढ़ते बलात्कार और बलात्कारियों को फांसी की मांग को लेकर अनशन पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल की तबीयत रविवार सुबह बिगड़ गई है, उन्हें इलाज के लिए LNJP हॉस्पिटल ले जाया गया है, शनिवार को डॉक्टर्स ने उन्हें अनशन खत्म करने को कहा था लेकिन स्वाति ने उनकी बात नहीं सुनी, डॉक्टर्स का कहना है कि अगर स्वाति मालीवाल अनशन खत्म नहीं कि तो उनके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ेगा, उनकी किडनी खराब हो सकती है।
डॉक्टरों ने बताया कि स्वाति मालीवाल का यूरिक एसिड बढ़ा हुआ था और वाइटल पैरामीटर फ्लक्चुएट कर रहा था। इसकी वजह से उन्हें तुरंत एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दरअसल, सुबह वह बेहोश हो गई थीं लिहाजा उन्हें अस्पताव में भर्ती कराने का फैसला लिया गया।
इससे पहले, स्वाति मालीवाल ने आमरण अनशन पर बैठने से पहले ट्वीट करते हुए लिखा था- ‘बहुत हो गया! नन्ही 6 साल की बेटी और हैदराबाद रेप पीड़िता की चीख़ें मुझे 2 मिनट बैठने नही दे रही। रेपिस्ट को हर हाल में 6 महीने में फांसी हो -इस क़ानून को लागू करवाने के लिए मैं कल से जंतर मंतर पे आमरण अनशन पे बैठ रही हूं। तब तक अनशन करूंगी जब तक महिलाओ को सुरक्षा की गैरंटी न मिलती!’
मालीवाल ने पीएम को पत्र लिख की दिशा कानून देश में लागू करने की मांग
इससे पहले देशभर में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के विरोध में राजघाट पर आमरण अनशन पर बैठीं स्वाति मालीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। मालीवाल ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि दिशा कानून को तत्काल प्रभाव से पूरे देश में लागू किया जाए।उन्होंने लिखा था कि महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए जब तक दिशा कानून लागू नहीं हो जाता, वह अनशन जारी रखेंगी।