एक तरफ जहां बीजेपी सांसद सतीश गौतम अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ में टंगी जिन्ना की तस्वीर पर आपत्ति जताकर हंगामा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ उनकी ही पार्टी की सांसद सावित्रीबाई फुले जिन्ना को महापुरुष बताती नज़र आ रही हैं। सावित्रीबाई फुले ने जिन्ना को महापुरुष करार देते हुए कहा कि ऐसे महापुरुष की तस्वीर जहां जरूरत हो उस जगह पर लगाई जानी चाहिए।
बीजेपी सांसद ने अपनी ही पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि गरीबी, भुखमरी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर ऐसे मामले उठाए जा रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी बीजेपी नेता ने जिन्ना को महापुरुष बताया हो। इससे पहले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी जिन्ना को महापुरुष बताया था।
उन्होंने कहा था, देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का योगदान भी इस देश में था और जिन महापुरुषों का योगदान इस राष्ट्र के निर्माण में रहा है, यदि उन पर कोई उंगली उठाता है तो यह घटिया बात है। बीजेपी द्वारा जिन्ना के कसीदों का सिलसिला भी कोई नया नहीं है।
पार्टी के मार्गदर्शक लाल कृष्ण अडवाणी तो जिन्ना को सेकुलेरिज़म का हीरो तक कह चुके हैं। हालांकि बात सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ की करें तो वो पहले ही साफ़ कह चुके हैं कि भारत में जिन्ना का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।