नई दिल्ली: महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने को लेकर भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चौतरफा घिरी हैं। पार्टी को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। साध्वी को लेकर इस बार खुद बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
शनिवार को मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज ने भरी महफिल में लाइव टेलीविज़न के सामने मोदी सरकार को आइना दिखा दिया। इकोनॉमिक टाइम्स अवार्ड्स कार्यक्रम में जिस समय मंच पर गृहमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल बैठे थे, राहुल बजाज ने खुलकर कहा कि आपसे डर लगता है।
उन्होंने अपने छोटे भाषण में लड़खड़ाती आवाज में कहा कि भले ही कोई न बोले, लेकिन मैं कह सकता हूं कि आपकी आलोचना करने में हमें डर लगता है, कि पता नहीं आप इसे कैसे समझोगे। राहुल बजाज ने कहा, “हम यूपीए-2 सरकार को गाली दे सकते थे, लेकिन डरते नहीं थे, तब हमें आजादी थी. लेकिन आज सभी उद्योगपति डरते हैं कि कहीं मोदी सरकार की आलोचना महंगी न पड़ जाए।”
राहुल बजाज ने संसद में प्रज्ञा ठाकुर के बयान का मामला भी उठाया। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि पीएम ने कहा था कि उनके लिए प्रज्ञा ठाकुर को माफ करना आसान नहीं होगा, इसके बावजूद बीजेपी सांसद को सदन के कंसलटेटिव कमेटी का सदस्य बना दिया गया। बजाज ने लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘एक हवा पैदा हो गई है, इनटॉलरेंस की हवा है- हम डरते हैं…कुछ चीजों को हम बोलना नहीं चाहते हैं पर देखते हैं कि कोई दोषी ही नहीं साबित हुआ अभी तक।’ शाह ने कहा कि उन्होंने और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे सीनियर भाजपा नेताओं ने ठाकुर के बयान की निंदा की थी।