औरंगाबाद: महाराष्ट्र में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव को भाजपा-शिवसेना ने साथ मिलकर लड़ा था। भाजपा ने जहां 105 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, शिवसेना के 56 विधायक जीते हैं। मतदाताओं ने चुनाव में दोनों दलों को संयुक्त रूप से वोट दिया था।हालांकि, परिणाम आने के बाद दोनों पार्टियां एक दूसरे से अलग हो गईं।
अब शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रही है। शिवसेना के इस फैसले से औरंगाबाद का एक वोटर बेहद नाराज है। गुरुवार को वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन पहुंच गया।
शिकायतकर्ता के अनुसार, 21 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उद्धव ठाकरे, नव-निर्वाचित शिवसेना विधायक प्रदीप जायसवाल (औरंगाबाद सेंट्रल) और पार्टी के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने हिंदुत्व की रक्षा के नाम पर शिवसेना-भाजपा गठबंधन के लिए वोट मांगे। उनकी अपील पर चौरे, उनके परिवार के सदस्यों और औरंगाबाद सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने जयसवाल के पक्ष में वोट दिया। जो की औरंगाबाद सेंट्रल सीट से भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार थे।
शिकायतकर्ता ने कहा कि उन्होंने शिवसेना के इस कदम से अपने आप को ठगा हुआ महसूस किया क्योंकि उन्होंने और उनके परिवार के सदस्यों ने हिंदुत्व की रक्षा के लिए गठबंधन के उम्मीदवार को वोट दिया था। इसके बाद चौरे ने बेगमपुरा पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया और उद्धव ठाकरे सहित दो अन्य नेताओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया।