ADVERTISEMENT
अपने बल पर 22 अरब देशो और उनकी मदद करने वाले दर्जन भर मुस्लिम देशो को अकेले ही धूल चटा देने वाली इज़राइल की जांबाज़ सेना और दुनिया की लगभग सभी खुफिया संस्थाओ को चकमा देकर सबसे खूंखार खुफिया एजेंसी का ताज पहने हुये इज़राइल की खुफिया संस्था मोसाद
विश्व भर मे आतंकवादियो की आड़ मे छापामार कार्रवाई करने वाली जा़लिम पाकिस्तानी खुफिया संस्था आई०एस०आई० से डरती और पागल सैनिको और घातक हथियारो से भरी एक गरीब मुस्लिम देश पाकिस्तान की सेना से लरज़ती है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी दुनिया भर से दूसरे देशो के हथियारो के दस्तावेज (Formula) चोरी करके चीन को देती है और चाइना रिवर्स इंजीनियरिंग से उन हथियारो की कॉपी तैयार करके पाकिस्तान को दे देता है.
इज़राइल को यह आशंका रहती है, कि आई०एस०आई० यह अत्याधुनिक हथियार इज़राइल के विरुद्ध इस्तेमाल करने के लिये फिलिस्तीनी और लबनानी मुस्लिम आतंकवादियो को दे सकती है।
पाकिस्तान की खुफिया संस्था आई०एस०आई० के डर से इज़राइल की खुफिया संस्था मोसाद पाकिस्तान मे घुसने का साहस नही करती है,
इसलिये मजबूरी मे वह अमेरिका की सी०आई०ए० और दूसरे देशो की खुफिया संस्थाओ की मदद से पाकिस्तान के अंदर अपना ऑपरेशन चलाती है।
एक कहानी के अनुसार 21 वीं सदी के पहले दशक मे मोसाद अपने विदेशी साथियो के साथ पाकिस्तान को तबाह करने के लिए एक मीटिंग कर रही थी,
तभी उस खुफिया ठिकाने पर लगे लैंडलाइन फोन की घंटी बजी और फोन उठाने पर सामने से आवाज़ आई, कि मेहनत बेकार है क्योंकि आप सफल नही होगे!
जब नाम पूछा गया, तो जवाब मिला, कि “पाकिस्तानी स्वयंसेवक”।
अफगानिस्तान से लेकर इराक तक मुस्लिम देशो पर हमला करने के लिये अमेरिका ने उन देशो के पास खतरनाक हथियार होने का प्रोपोगंडा किया था,
किंतु पाकिस्तान दुनिया मे एकमात्र ऐसा मुस्लिम देश है, जिसके हथियार और तकनीक को अमेरिका कमतर, घटिया और डुप्लीकेट बताने की कोशिश करता है।
शोध और अनुसंधान के ढांचे के बिना ही तेज गति से पाकिस्तान द्वारा हथियार बनाने और लगातार गुणवत्ता सुधारते रहने से अमेरिका के सर दर्द का अंदाजा लगाया जा सकता है,
क्योकि पाकिस्तान जिस हथियार को बनाने के लिये दस वर्ष का समय निर्धारित करता है वह उसे सात वर्ष मे ही बना लेता है।
जो देश अपने यहां सुई तक नही बना पाया हो, वह पाकिस्तान दुनिया मे एटम बम बनाने वाला सातवां घोषित देश बन गया,
अब तो परमाणु हथियारो के गुणवत्ता और उत्पादन मे अपने गुरू चीन से भी बाज़ी मार ले गया है और छोटे परमाणु हथियार बनाने मे अमेरिका और रशिया के बाद दुनिया का तीसरा देश बन गया है।
जो अमेरिका मीडिया मुस्लिम देशो और आतंकवादियो के पास अत्याधुनिक और संहारक हथियारो की झूठी कहानियां बनाकर परोसता है,
वह अमरीकी मीडिया पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति को दी गई अपने छोटे परमाणु हत्यारो की धमकी को उन्नीस साल से छुपाएं बैठा है।
अमेरिका लगातार आर्थिक प्रतिबंधो की धमकी देकर पाकिस्तान के ऊपर दबाव बनाए हुये है,
कि वह अपनी 12000 किलोमीटर वाली अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलो के सफल अविष्कार की सूचना को छुपाकर मात्र 2500 किलोमीटर वाली बैलेस्टिक मिसाइलो का ही प्रदर्शन करे और अपने 500 से ज्यादा परमाणु हत्यारो की संख्या को सिर्फ डेढ़ सौ तक ही बताएं।
इजराइल सीधे पाकिस्तान से लड़ने की हिम्मत नही करता है, इसलिए वह भारत और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशो की सहायता करके पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहता है,
किंतु पाकिस्तान के ऊपर फिर भी जरा सा भी असर नही पड़ता है और वह पहले से ज्यादा आक्रमक हो जाता है।
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक मे इसराइली पायलटो के हिस्सा लेने की अफवाह के जवाब मे पाकिस्तान ने अपनी अत्याधुनिक शाहीन मिसाइल का परीक्षण करके इज़राइल के रातो की नींद उड़ा दी और उसको पहले से भी ज्यादा विचलित कर दिया है,
अब मुस्लिम देशो के हाथो मे घातक पाकिस्तानी हथियार आ जाने की आशंका इसराइलीयो की दिल की धड़कने तेज़ कर रही है,
इसलिए यहूदी मीडिया प्रोपेगंडा कर रहा है, कि पाकिस्तान ने परमाणु बम बनाने की तकनीक टर्की, मलेशिया और दूसरे मुस्लिम देशो को ट्रांसफर (हस्तांतरित) कर दी है।
अमेरिकी और इजराइली अनुसंधानकर्ताओ के लिये रहस्य बना हुआ है, कि पाकिस्तान सैनिक आत्महत्या क्यो नही करते है?
विश्व भर के युद्ध ग्रस्त क्षेत्रो मे तैनात सैनिक वापस घर आने बाद तरह-तरह की मनोवैज्ञानिक बीमारियो का शिकार हो जाते, जबकि पाकिस्तानी सैनिक स्वस्थ रहते है?
कौतूहल का विषय है, कि पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट मशीन की तरह काम करने की क्षमता कैसे विकसित करते है?
1967 मे अरब इजरायल युद्ध मे पाकिस्तानी पायलटो ने इजराइल के 10 से ज्यादा हवाई जहाज मार गिराये थे, जिसमे पायलट ग्रुप कैप्टेन सैफुल आज़म ने अकेले तीन इसराइली जंगी हवाई जहाज ठिकाने लगा दिये थे।
1973 की अरब-इजरायल जंग मे पाकिस्तानी पायलटो ने इसराइल का घमंड चकनाचूर कर दिया था,