महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी। जिसे कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रपति के पास भेजा गया था। अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इसे मंजूर कर लिया है। राज्य में सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी शिवसेना के लिए महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना बड़ा झटका है।
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दो बार लग चुका है राष्ट्रपति शासन
महाराष्ट्र के इतिहास में अब तक 2 बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है। राज्य में पहली बार 17 फरवरी 1980 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शरद पवार को विधानसभा में पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद सदन भंग कर दिया गया था। इसकी वजह से राज्य में 17 फरवरी से 8 जून 1980 तक अर्थात 112 दिन तक राष्ट्रपति शासन लगा था।
उसी तरह राज्य में 28 सितंबर 2014 को राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। उस वक्त राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने अपने सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सहित अन्य दलों के साथ अलग हुआ था और विधानसभा को भंग किया गया था। दूसरी बार राज्य में 28 सितंबर 2014 से लेकर 30 अक्टूबर यानि 32 दिनों तक रहा था।