हॉकी प्रशंसकों के लिए शनिवार का दिन खुशी की खबर के साथ खत्म हुआ क्योंकि भारत की पुरुष एवं महिला हॉकी टीमों ने कड़ी मेहनत के बाद अगले साल जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया। यहां के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए दो चरण के ओलम्पिक क्वालीफायर मैचों में भारत की महिला टीम ने अमेरिका को और पुरुष टीम ने रूस को एग्रीगेट स्कोर के दम पर मात दे ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया।
पुरुष टीम एक ओर जहां दोनों चरणों में एकतरफा जीत के साथ रूस को 11-3 के एग्रीगेट स्कोर से हराने में सफल रही। वहीं महिला टीम को हालांकि परेशानी आई। शुक्रवार को खेले गए पहले चरण में रानी रामपाल नेतृत्व वाली भारत की महिला टीम ने अमेरिका को 5-1 से हराया था, लेकिन दूसरे चरण में उसे अमेरिका ने 4-1 से हरा दिया, लेकिन एग्रीगेट स्कोर में भारतीय महिला टीम ने 6-5 से जीत दर्ज करते हुए तीसरी बार ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया।
भारत की जीत के हीरो रहे आकाशदीप सिंह (23वें और 29वें मिनट) और रुपिंदर पाल सिंह (48वें और 59वें मिनट) ने 2-2 दागे, जबकि ललित उपाध्याय (17 वें मिनट), निलकांता शर्मा (47वें मिनट) और और अमित रोहिदास के नाम एक-एक गोल रहा।
महिला हॉकी टीम शनिवार को अपना मुकाबला अमेरिका से 4-1 से हार गई। मैच में पूरे समय अमेरिका की टीम ने नियंत्रण बनाए रखा लेकिन कप्तान रानी रामपाल के एक शानदार गोल ने भारत की टीम को ओलंपिक का टिकट दिला दिया। पहले चरण के मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अमरीका को 5-1 से हराया था, इसलिए गोल अंतर भारतीय महिला टीम के पक्ष में गया। दोनों मैच में गोल अंतर के आधार पर भारतीय महिला टीम 6-5 से आगे रही।