मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना के लिए मुश्किलें थोड़ी बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि शिवसेना के 26 पार्षदों और करीब 300 कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
स्थानीय शिवसेना नेता इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी गणपत गायकवाड़ का समर्थन करने के लिए कहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार शिवसेना के नेता कल्याण (पूर्वी) सीट पर पार्टी के किसी उम्मीदवार को चाहते थे लेकिन भाजपा के साथ सीट बंटवारे में यह सीट भाजपा के पक्ष में चली गई।
जिसके बाद स्थानीय नेताओं ने फैसला लिया कि वह बोडारे का समर्थन करेंगे। हालांकि, स्थानीय नेताओं के बीच जारी नाराजगी को लेकर शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को एक बैठक बुलाई और पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करने को कहा। स्थानीय शिवसेना नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिले आदेश के बाद सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया।
मालूम हो कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद के साथ पिछले साल दिल्ली में मारपीट करने वाले नवीन दलाल को शिवसेना ने हरियाणा की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।
स्वयंभू ‘गोरक्षक’ नवीन दलाल ने कहा कि वह छह माह पहले शिवसेना में शामिल हुए थे क्योंकि उन्हें लगता है कि भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां गाय, किसान, शहीद और गरीबों के नाम पर केवल राजनीति करती हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि मैं इसकी नीतियां और इन तथा अन्य मुद्दों पर इसके स्पष्ट रुख के चलते इस पार्टी में शामिल हुआ।