नई दिल्ली: विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद से ही हरियाणा में कांग्रेस नेताओं के बीच उठा-पटक का दौर जारी है। इस उठापटक के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक तंवर का कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि वे टिकटों के बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे थे।
अशोक तंवर ने पांच करोड़ रुपये में टिकट बेचे जाने का आरोप भी लगाया था। आज उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए अशोक तंवर ने इस्तीफा देने की जानकारी दी।
हालांकि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने से पहले उन्होंने ट्विटर पर पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने का ऐलान किया था और कहा था कि वो प्राथमिक सदस्य के तौर पर पार्टी के माध्यम से जनता की सेवा करते रहेंगे। लेकिन अब उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस भक्ति की जगह पार्टी में हुड्डा भक्ति चल रही
अशोक तंवर ने ये भी साफ किया कि उन्हें सोनिया गांधी से कोई नाराजगी नहीं है। कौन मजबूत है ये समय बताएगा। पार्टी में मेरे साथी कहां जाएंगे, ये उनका अधिकार है। पार्टी में जमीनी नेताओं की बात नहीं सुनी जा रही है। जो कमेटी बनती है, उसमें भी अपनों को शामिल किया जाता है।