दिल्ली में प्रदूषण हर एक मौसम अत्यधिक रहता है, जिसको लेकर सभी सरकारों ने अपने स्तर पर इस को लेकर कार्य किया। मौजूदा समय में प्रदूषण की मात्रा मे कमी आई है लेकिन दिल्ली BJP प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि प्रदूषण जांच की आड़ में भ्रष्टाचार हो रहा है। रविवार को उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग गाड़ी लेकर लाइन में खड़े हैं और केजरीवाल सरकार की नींद नहीं टूट रही है। प्रदूषण जांच के लिए लोगों दो दिन तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। भाजपा की सरकार आने पर पर्याप्त संख्या में प्रदूषण जांच केंद्र खोले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल पिछले 55 महीने से लोगों को पीड़ा दे रहे हैं। जाते-जाते वे जनता को लाइन में खड़ा करके जा रहे हैं। करीब दो करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में एक करोड़ से अधिक गाड़ियां रजिस्टर्ड हैं।
लाखों गाड़ियां रोज आसपास के राज्यों से दिल्ली में आती हैं। इन गाड़ियों के प्रदूषण की जांच करने वाले मात्र 940 केंद्र हैं, जो ऊंट के मुंह में जीरा हैं। इस केंद्रों की संख्या 10 गुनी होनी चाहिए, तभी लोगों को राहत मिल सकेगी। प्रदूषण जांच केंद्रों की संख्या कम होने से लोग अब तक जांच नहीं कराते थे। इसके कारण दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा था।
दूसरी ओर, केजरीवाल सरकार प्रदूषण पर करोड़ों रुपये का विज्ञापन देकर अभी तक अपनी पीठ थपथपाती रही है, लेकिन इसके पास प्रदूषण जांच करने के लिए मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं।