चूरू: हिन्दुस्तान की सरहद की रक्षा करते हुए राजस्थान के एक और सपूत ने प्राणों की आहुति दी है। चूरू जिले के गांव राणासर निवासी हवलदार असलम खान शहीद हो गए हैं। भारतीय सेना की 24 राष्ट्रीय रायफल में हलवदार के पद पर जम्मू कश्मीर के दादरवाल में तैनात 40 वर्षीय असलम खान रात्रि सर्च ऑपरेशन पर थे। इसी दौरान वे शहीद हो गए।
बता दें कि असलम खान 9 भाई बहनों में सबसे छोटे थे। इनके तीन बेटियां व एक बेटा है। वर्ष 1999 में अहमदनगर आर्मड सेंटर में असलम खान ने इंडियन आर्मी ज्वाइन की। असलम खान के शहीद होने की खबर लगते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। शहीद असलम खान की पार्थिव देह रविवार को उनके पैतृक गांव राणासर पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान से उनको अंतिम विदाई दी जाएगी। राणासर का बहाुदर बेटा असलम खान 24 राष्ट्रीय रायफल में पिछले दो साल से जम्मू कश्मीर में तैनात था।
शहीद असलम खान का परिवार
बता दें कि असलम खान के पिता हासम खान का देहान्त इनके बचपन में ही हो गया था। मां कलसुम बानो ने इनकी परवरिश की। इनकी पत्नी संजू हाउस वाइफ हैं। भतीजा इमरान भी हाल ही में सेना में भर्ती हुआ है। तीन बेटी और एक बेटे के पिता असलम खान देर रात अमरनाथ से 40 किमी दूर दादरवाल में रात्रि सर्च आपरेशन कर रहे थे। इस दौरान ये शहीद हो गए।