पश्चिम बंगाल की अलीपुर अदालत ने भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया है। मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा दायर किए गए घरेलू हिंसा के मामले में कोर्ट ने शमी और उनके भाई हासिद अहमद के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया है। कोर्ट ने 15 दिन के भीतर उन्हें सरेंडर करने को कहा है।
बताते चलें की शमी की पत्नी हसीन जहां ने उनके खिलाफ मारपीट, रेप, हत्या की कोशिश और घरेलू हिंसा जैसे आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया हुआ है। दोनों के तलाक का मुकदमा भी कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट ने कोलकाता पुलिस को आदेश दिया है कि अगर शमी 15 दिन में अगर सरेंडर नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए।
गौरतलब है कि शमी के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज है। बता दें कि 2018 में मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने मारपीट, रेप, हत्या की कोशिश और घरेलू हिंसा जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे।
पिछले साल कोलकाता पुलिस ने हसीन जहां की शिकायत के बाद शमी पर आईपीसी की सात धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। हसीन जहां के इन गंभीर आरोपों के बाद बीसीसीआई ने उनका सालाना करार रद्द कर दिया था।
क्या था पूरा मामला?
पिछले साल 2018 में मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने अपने पति पर ऐसे गंभीर आरोप लगाए जिसने सभी को हैरान कर दिया। मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने अपने फेसबुक पेज पर शमी पर बेवफाई के आरोप लगाते हुए पोस्ट लगाई थी। हसीन ने वाट्सऐप के स्क्रीन शॉट्स शेयर किए गए थे।
उनका दावा था कि ये स्क्रीन शॉट शमी की दूसरी लड़कियों से हुई चैट के थे। हसीन के मुताबिक शमी दूसरी लड़कियों से अंतरंग चैट करते थे, विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करते थे। कई साल से वो ये प्रताड़ना सहती आ रही थीं। इसके बाद बीसीसीआई ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रोक दिया।