बाराबंकी: भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में नेशनल सिटिजन रजिस्टर यानी एनआरसी की आखिरी लिस्ट जारी हो चुकी है। इस लिस्ट में 19 लाख से ज्यादा लोगों का नाम शामिल नहीं हैं। इसे लेकर तमाम तरह की राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉक्टर पीएल पुनिया ने कहा कि यह असम की विशेष परिस्थिति थी। बांग्लादेश से काफी संख्या में लोग वहां आए जिसमें से काफी लोगों को घुसपैठिया भी माना गया। असम में लागू इस योजना की मंशा यह थी कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करके उनको नियम के अनुसार वापस भेजा जाए, लेकिन इसके माध्यम से अगर पूरे देश में माहौल खराब किया जाएगा, तो यह गलत होगा।
देश आर्थिक संकट से गुजर रहा…
जबकि सरकार 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर की इकानॉमी करेंगे और इसको 8 से 10 फीसदी तक ले जाएंगे। लेकिन यह लुढककर पांच फीसदी पर आ गयी। देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है लेकिन सरकार उस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही।
पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ की दोनों ही विधानसभा सीटों दंतेवाड़ा आैर चित्रकोट सीट पर एक साथ उपचुनाव होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। पुनिया ने कहा कि दंतेवाड़ा के लिए प्रत्याशी को लेकर सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की गई है। नाम कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे जाएंगे उसके बाद इस पर निर्णय होगा। पीसीसी की नई टीम पर पुनिया ने कहा कि जब भी पीसीसी चीफ अपनी सूची अनुमोदन के लिए भेजेंगे, जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
वहीं बीजेपी को आईएसआई से फंडिग के दिग्विजय सिंह के आरोपों पर पीएल पुनिया ने कहा कि उन्होंने यह बयान किस आधार पर दिया, यह वही बता सकते हैं। फिलहाल मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है औऱ मैं उनके बयान से खुद को नहीं जोड़ रहा।