अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री पंडित सुनील भराला ने दावा किया कि भगवान राम का मंदिर निश्चित रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में बनाया जाएगा। भराला ने कहा कि वे (सीएम योगी) एक निर्णायक व्यक्ति हैं। वे अपने हाथों से मंदिर का निर्माण करेंगे। उनके पास ‘अपार शक्ति’ है।
राज्य मंत्री ने कहा कि, राम लला का दर्शन करके मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। श्रम विभाग की योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश के 18 जिला मुख्यालयों पर श्रम स्कूल खोले जाएंगे। प्रत्येक पर करीब 50 करोड़ का खर्च आएगा।
पीएम मोदी व सीएम योगी की तारीफ करते हुए भराला ने कहा कि श्रम विभाग ने अब प्रचार प्रसार की भी नीति बनाई है। अब इसके लिए बाकायदा बजट भी रखा गया है।प्रदेश के सभी जिलों में श्रम विभाग के कार्यक्रमों व योजनाओं का प्रचार प्रसार होगा।
भराला ने यह भी कहा कि सीएम योगी किसी राजा की तरह हैं और उनके अब तक के कार्यकाल में कई ऐसे काम किए गए हैं, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं थी। इसी तरह राम मंदिर पर भी कुछ ऐसा होगा, जो लोगों की कल्पनाओं से परे होगा। योगी सरकार के कार्यकाल में ही राम मंदिर निर्माण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘राम मंदिर का निर्माण निश्चित रूप से सीएम योगी के कार्यकाल में होगा। वह निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। वह खुद अपने हाथों से मंदिर का निर्माण करेंगे। उनके पास अपार शक्ति है।’