जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद विपक्षी दलों की सियासत बीएसपी चीफ मायावती ने जमकर निशाना साधा और इसे बिना सोचे-समझे लिया गया फैसला बताया। मायावती ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर गए कांग्रेस लीडर राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं को इस मामले पर जमकर सुनाया भी। बीएसपी चीफ ने इशारों में विपक्षी नेताओं के जम्मू-कश्मीर जाने के फैसले को गलत ठहराते हुए कहा कि इससे वहां केंद्र और राज्यपाल सत्यपाल मलिक को राजनीति करने का मौका मिल रहा है। माया ने कहा कि राज्य से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त लगेगा।
आखिरी ट्वीट में मायावती ने कहा कि ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहाँ पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।
कश्मीर में हालात सामान्य होने में समय लगेगा
उन्होंने लिखा, ‘‘देश में संविधान लागू होने के लगभग 69 साल बाद धारा 370 की समाप्ति के बाद वहां हालात सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा। इसका थोड़ा इंतजार किया जाए, तो बेहतर है, जिसको माननीय कोर्ट ने भी माना है।’’
राहुल को श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेजा गया था
राहुल शनिवार को आठ दलों के 11 विपक्षी नेताओं के साथ श्रीनगर पहुंचे थे। राहुल जम्मू-कश्मीर में हालात जानने और वहां के नागरिकों से बात करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान हंगामे की स्थिति बन गई और सभी नेताओं को दिल्ली वापस भेज दिया गया। प्रशासन की ओर से कहा गया कि नेता राज्य का दौरा करने न आएं। उनके आने से शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिशों में खलल पड़ सकता है।