टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी बार है जब इंग्लैंड एक विकेट से मैच जीतने में सफल रहा है। इससे पहले उसने 1922/23 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, 1907/08 में मेलबर्न में आस्ट्रेलिया के खिलाफ और 1902 में ओवल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एक विकेट से जीत दर्ज की थी। इस जीत के बाद इंग्लैंड ने पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। सीरीज का पहला मैच आस्ट्रेलिया ने 251 रनों से जीता था जबकि दूसरा मैच ड्रॉ रहा था।
आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 179 रन का स्कोर बनाया था और फिर उसने इंग्लैंड को उसकी पहली पारी में 67 रन पर ढेर कर 112 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। आस्ट्रेलिया ने इसके बाद अपनी दूसरी पारी में 246 रन का स्कोर बनाकर इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 359 रनों का लक्ष्य रखा।
इंग्लैंड ने इस लक्ष्य को नौ विकेट खोकर हासिल कर लिया। मेजबान इंग्लैंड के जीत के हीरो स्टोक्स ने 219 गेंदों की पारी में 11 चौके और आठ छक्कों की मदद से 135 रन की नाबाद अविस्मरणीय शतकीय पारी खेली। उन्होंने अपने करियर का आठवां शतक लगाया। खेल के कई जानकारों का मानना है कि यह उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी है।
बता दें कि इंग्लैंड की पहली पारी में शर्मनाक ढंग से केवल 67 रनों पर ढह गई थी जिसके चलते यह लगभग पक्का माना जाने लगा था कि ऑस्ट्रेलिया इस बार एशेज रिटेन करने में कामयाब हो जाएगा। लेकिन कंगारूओं के मैच जीतने के प्रयासों पर स्टोक्स ने पानी फेर दिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 179 रन बनाए थे और दूसरी पारी में 246 रन बनाए थे। जोफ्रा आर्चर ने एक बार फिर से सधी हुई गेंदबाजी करते हुए मैच में 8 विकेट लिए। एशेज सीरीज का चौथा मैच 4 सितंबर से खेला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेला जाएगा। हालांकि इंग्लैंड के सामने चुनौतिया अभी भी काफी हैं। अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम अगले दो मैचों में कोई एक मैच भी जीतने में कामयाब हो जाती है तो वह 17 साल में पहली बार एशेज रिटेन करने में कामयाब हो जाएगी।