ओलम्पिक रजत पदक विजेता और भारतीय बैडमिंटन स्टार पी.वी. सिंधु ने रविवार को इतिहास रच दिया। उन्होंने बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया।
वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज सिंधु ने ओकुहारा को सीधे गेमों में 21-7, 21-7 से पराजित किया। यह मुकाबला 37 मिनट तक चला। इस जीत के साथ ही सिंधु ने ओकुहारा से खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 9-7 का कर लिया है।
सिंधु ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पिछले दो संस्करणों में लगातार दो सिल्वर मेडल जीतने के अलावा दो कांस्य भी जीते हैं। लेकिन सिंधु इस मैच में अपने खेल को दुनिया की नंबर 4 खिलाड़ी ओकुहारा के खिलाफ एक पायदान ऊपर उठाया और इतिहास रच दिया।
यह एक सबसे अधिक एकतरफा विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल रहा, जिसमें सिंधु ने अपनी प्रतिद्वंद्वी के सामने महज 36 मिनट का समय लिया।
सिंधु ने कहा, “यह पदक मैंने अपनी मां को समर्पित किया है। आज उनका जन्मदिन है। मेरे कोच पुलेला गोपीचंद और मेरे सहयोगी स्टाफ का बहुत बड़ा शुक्रिया।”
सिंधु ने मुकाबले में 14-4 की शानदार बढ़त बना ली। इसके बाद उन्होंने लगातार अंक लेते हुए 21-7 से गेम और मैच समाप्त करके बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया।
सिंधु को इस जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज हस्तियों ने बधाई दी है। मोदी ने सिंधु को बधाई देते हुए लिखा है- शानदार प्रतिभाशाली पीवी सिंधु ने भारत को फिर से गर्व करने का मौका दिया है। BWF विश्व चैंपियनशिप जीतने पर उनको बधाई। जिस जुनून और समर्पण के साथ वे बैडमिंटन खेलती हैं, वह प्रेरणा देता है। पीवी सिंधु की सफलता खिलाड़ियों की पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।