जम्मू-कश्मीर: में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य में लगाई गईं पाबंदियां अब धीरे-धीरे खत्म की जा रही हैं। राज्य में सामान्य जनजीवन सुचारू बनाने के उद्देश्य से 5 जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा शुरू करने के बाद शनिवार को लैंडलाइन फोन सेवाएं भी बहाल कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि 35 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है, जबकि 17 टेलीफोन एक्सचेंजों के 50,000 लैंडलाइन फोन चालू कर दिए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि शनिवार की सुबह प्रतिबंधों को कम करके अपने कार्यालयों की ओर सरकारी कर्मचारियों की आवाजाही को आसान बनाया गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल तैनात रहे, जबकि सड़कों पर बैरिकेड लगे हुए थे। लेकिन लोगों को उनकी जांच करने के बाद आगे बढ़ने दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि राजबाग और जवाहर नगर जैसे घाटी के कुछ क्षेत्रों में लैंडलाइन फोन सेवाएं बहाल कर दी गईं है। लेकिन लाल चौक, प्रेस एन्क्लेव और इसके आसपास के अन्य क्षेत्रों सहित इंडस्ट्रियल एरिया में पाबंदी अभी भी लागू हैं।
आईजीपी ने बताया कि जम्मू जोन के 5 जिलों जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। उन्होंने जनता से किसी भी तरह के फर्जी संदेशों / वीडियो को शेयर / प्रसारित करने से परहेज करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मैसेज या वीडियो शांतिपूर्ण माहौल को प्रभावित कर सकते हैं। आईजीपी जम्मू ने कहा कि चेतावनी देते हुए कहा कि घृणा फैलाने वाले मैसेज शेयर और प्रचारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू में बाजार खुले रहे और यातायात सामान्य रहा। वहीं रामबन, राजौरी और डोडा में स्कूल खुले रहे। राजौरी में टेलीफोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। पूरे जम्मू में स्थिति शांतिपूर्ण रही। वहीं श्रीनगर समेत दूसरे घाटी वाले हिस्सों में 12 दिनों से बंद 96 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 17 को बहाल कर दिया गया है और 35 थानों से प्रतिबंध हटा लिया गया है। घाटी के हालात के बारे में बताते हुए कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्वयंवर प्रकाश पाणि ने कहा कि प्रशासन स्थिति का आकलन कर रहा है और धीरे-धीरे ढील दी जा रही है।