असम में बाढ़ से हालात दिन पर दिन खराब ही होते जा रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 76 हो गई है, जबकि लाखों लोग बाढ़ की वजह से बेघर हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में समान्य से भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को अगले कुछ दिन तक राहत मिलने की उम्मीद कम ही है।
फिलहाल इन लोगों के लिए बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगईगांव, कोकराझार, धुबरी, कामरूप, मोरीगांव, नागांव, गोलाघाट और जोरहाट जिले में 615 राहत शिविर बनाए गए हैं। यहां पर 99,659 लोग शरण लिए हुए हैं और इनके लिए 49 राहत वितरण केंद्र भी खोले गए हैं। बता दें असम में लगातार हो रही मुसलाधार बारिश की वजह से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
बाढ़ की भीषण चपेट में बिहार का दरभंगा जिला है। दरभंगा पर एक साथ तीन नदियों कमला, कोसी और बागमती ने तबाही मचाई है। अबतक 13 प्रखंड की 145 पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं और साढ़े तीन लाख लोगों की जिंदगी दरबदर हुई है। इस बाढ़ की चपेट में आकर दरभंगा के 10 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। बाढ़ से मरने वाले लोगों में सबसे ज्यादा सीतामढ़ी के 37 लोग है। मधुबनी में 30, अररिया में 12, शिवहर में 10, पूर्णिया में 9, किशनगंज में 5, मुजफ्फरपुर में 4, सुपौल में 3 और पूर्वी चंपारण में 2 लोगों की मौत हुई है।
शुक्रवार को आई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असम में बाढ़ की वजह से पिछले 24 घंटे में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के साथ असम में बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या 80 हो गई है। असम में गुरुवार को सात जिलों में पानी का स्तर अचानक बढ़ गया था। क्योंकि भूटान के कुरीचू नदी पर स्थित कुरीचू जलाशय से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा था। जिसकी वजह से असम में पानी का दबाव बढ़ गया था।
बता दें कि असम, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बाढ़ का असर देखने को मिला है। असम और बिहार में स्थिति पहले से बेकाबू हो चुकी है और गुरुवार और शुक्रवार को महाराष्ट्र में हुई मुसलाधार बारिश की वजह से मुंबई से सटे कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। इन इलाकों में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ और वायु सेना की मदद ली जा रही है।