नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में नंबर-4 की समस्या अभी भी बनी हुई है। टीम मैनेजमेंट पिछले 3 सालों से इस स्लाॅट को भरने में नाकाम रही। इसका परिणाम भारतीय टीम का विश्व कप में सेमीफाइनल की हार के साथ भुगतना पड़ा। विजय शंकर को विश्व कप दाैरान नंबर के लिए चुना गया था लेकिन वह भी अपना साै प्रतिशत दे नहीं सके, उल्टा चोटिल होकर स्वदेश लाैट आए। इस बीच अब टेस्ट के महान बल्लेबाज माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने नंबर-4 पर खेलने की इच्छा जताई है।
पुजारा से भारतीय टीम के प्रदर्शन और कोच रवि शास्त्री के चौथे नंबर पर एक मजबूत बल्लेबाज की कमी होने के सवाल किए गए। इसपर उन्होंने कहा, ”मैंने घरेलू क्रिकेट में पिछले 1 साल में छोटे फॉर्मेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं टेस्ट में भी मजबूती के साथ प्रदर्शन कर रहा हूं। जब मैं टेस्ट में अच्छा कर सकता हूं तो मैं वनडे में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।”
इसके आगे पुजारा ने कहा कि लेकिन टीम में चुना जाना मेरे हाथ में नहीं है। एक अच्छे बल्लेबाज के तौर पर मेरी इच्छा है कि मैं खेल के तीनों प्रारूप में खेलूंगा और मेरे अंदर यह कर पाने की क्षमता है। मेरे अंदर अब भी वनडे में खेलने की इच्छा बाकी है। बता दें कि विश्व कप दाैरान भारत की सबसे बड़ी कमी नंबर-4 का मजबूत नहीं होना रहा। इस नंबर पर लोकेश राहुल, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत को आजमाया गया। लेकिन इनमें से कोई भी बल्लेबाज एक भी अर्द्धशतक नहीं बना सका था। विश्व कप के बाद कोच रवि शास्त्री नेस्वीकार किया था कि टीम को चौथे नंबर पर एक मजबूत बल्लेबाज की कमी खली थी।
भारतीय टीम अब अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर जाएगी। इसपर पुजारा ने कहा कि मेरा ध्यान अब पूरी तरह आगामी वेस्टइंडीज दौरे और टेस्ट चैंपियनशिप पर टिका हुआ है। मैं इस दौरे के लिए कड़ा अभ्यास कर रहा हूं। हमें दौरा शुरू होने से पहले एक अभ्यास मैच खेलना है। तेज और उछाल वाली पिचों पर खेलने की मेरी तैयारी चल रही है और हम उम्मीद करते हैं कि इस दौरे में टीम इंडिया शानदार प्रदर्शन करेगी। पुजारा ने यह भी कहा कि फिलहाल वो यार्कशायर के साथ कांउटी क्रिकेट खेलने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि ध्यान वेस्टीइंजीज दाैरे पर है।