नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य के पुलिस कर्मियों पर सख्त नजर आ रहे हैं। सीए योगी ने रविवार को कहा है कि अपराधियों के साथ सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान की क्योंकि वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा है कि आप के आस-पास सारे संसाधन हैं, पूरी छूट है और दावे के अनुसार आप सड़क पर ही रहते हैं तब भी अपराध की घटनाएं क्यों हो रही हैं।
सीएम योगी ने कहा कि अपराध होने के बाद भी आपकी कार्रवाई नहीं दिखती है। घटना का मीडिया ट्रायल शुरू होने के बाद ही आपकी कार्रवाई क्यों दिखती है। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आजमगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों की अपराधियों से सांठगांठ है, अभियान चलाकर उनको चिन्हित करे। और उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए। वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं है।
योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा संवाद करने के निर्देश दिये हैं ताकि क्राइम को कंट्रोल किया जा सके। सीएम ने कहा कि चौकिदार सूचनाएं देकर अपराध का नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हर पखवाड़े इनके साथ बैठक करें, प्रधानों और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी लगातार संवाद बनाए रखें। क्योंकि लोकतंत्र में समस्याओं के हल का सबसे प्रभावी जरिया संवाद है। सीएम योगी ने कहा कि लूट होने पर संबंधित सिपाही से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय की जाए।
योगी आदित्यानाथ ने जेलों में अपराधियों के आराम और अपराध को संचालित करने का अड्डा बनाने पर नाराजगी जताई है। सीएम योगी ने कहा कि जो अपराधी जेल को अड्डा बनाए हुए हैं उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने साफ लहजे में कहा कि आंकड़े नहीं, जनता के भरोसे को कानून व्यवस्थाा का पैमाना बनाएं, इस भरोसे से ही जनता में सकारात्मक संदेश जाता है। सीएम योगी ने कहा कि कानून व्यवस्था विकास की बुनियाद है, इसे ठीक रखेंगे तो निवेश आएगा और निवेश आयेगा तो लोगों को रोजगार मिलेगा और विकास भी होगा।