नई दिल्ली: विश्व कप का 27वां मैच जहां इंग्लैंड के लिए झटका लेकर आया था तो वहीं 28वां मैच भारत के लिए आंखें खोलने वाला साबित हुआ। साउथैंप्टन में हुए इस मुकाबले में विश्व कप की प्रबल दावेदार टीम इंडिया अफगानिस्तान के सामने कड़ा संघर्ष करती हुई नजर आई। अफगान टीम ने भले ही यह मैच 11 रनों से गंवा दिया है लेकिन जिस तरह से उसने भारत के सामने खड़ा होने का हौसला दिखाया उसको देखते हुए टीम इंडिया को एक बार फिर से अपनी खामियों पर काम करने की जरूरत होगी।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला लिया था और 50 ओवरों में 224 रन बनाकर अफगानिस्तान को जीत के लिए 225 रनों का लक्ष्य दिया था। गति पर भी पूरी पारी के दौरान जाम लगा रहा। चुनौतीपूर्ण पिच पर मिले छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान ने अंत तक टिकने का गजब का जज्बा दिखाते हुए मैच को बेहद रोमांचक बना दिया। अफगानिस्तान ने शुरुआती विकेट जजई के रूप में गंवाया लेकिन उसके बाद गुलबदीन नायब (27), रहमत शाह (36) और शाहिदी (21) ने स्कोर को आगे बढ़ाए रखा।
इसी बीच भारत को बुमराह ने 29वें ओवर में दो विकेट लेकर भारत की मैच वापसी कराई। लेकिन बाद में मोहम्मद नबी ने जर्दान (21) और राशिद खान (14) के साथ साझेदारी करके फिर से मैच खोल दिया। नबी ने अंत तक टिकने का साहस दिखाया। उनको मैच के अंतिम ओवर में शमी ने कैच कराकर मैच भारत की झोली में डाल दिया। नबी ने 55 गेंदों पर 52 रनों की पारी खेली। नबी के आउट होने के बाद शमी ने अगली दो गेंदों पर भी विकेट लेकर हैट्रिक पूरी कर ली और भारत को जीत दिला दी। शमी ने मैच में कुल 4 विकेट लिए। उनके अलावा बुमराह, चहल और हार्दिक पांड्या ने 2-2 विकेट लिए। बुमराह को मैन ऑफ द मैच दिया गया है।
इससे पहले भारतीय पारी की शुरुआत कुछ ऐसी रही। टॉप ऑर्डर में रोहित के जल्द आउट होने के बाद केएल राहुल ने 30 रन बनाकर अपना विकेट गंवा दिया। उसके बाद कोहली-धोनी के बीच एक भागेदारी बनती हुई दिखाई दी लेकिन कोहली 63 गेंदों पर 67 रनों की मैच की एकमात्र तेज पारी खेलकर आउट हो गए।