नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद पार्टी में लगातार मंथन का दौर जारी है। बड़ा सवाल यही है कि कांग्रेस की आगे की रणनीति क्या रहने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस तरह से कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफे की पेशकश की, उनके इस फैसले के बाद पार्टी में माहौल बदल गया। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में ये भी शर्त रख दी कि उनके बाद कांग्रेस का अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होगा।
हालांकि बाद में राहुल गांधी पार्टी से जुड़े कार्यक्रम और बैठकों में नजर आने लगे। जिसके बाद लगा कि पार्टी में सबकुछ ठीक है, लेकिन गुरुवार को राहुल गांधी की ओर से आए ताजा बयान के बाद साफ हो गया कि राहुल गांधी अभी भी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।
दरअसल, गुरुवार को राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया कि पार्टी के अगले अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया में वो शामिल नहीं होंगे। उनके इस बयान के बाद साफ हो गया कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। उनके इस फैसले के बाद से पार्टी आलाकमान लगातार ऐसे नेता की खोज में जुटा है, जिसे पार्टी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सके। इस फेहरिस्त में पार्टी के दिग्गज नेता अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।
आम चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के करीब एक महीने बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी के अगले अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया में वो खुद शामिल नहीं होंगे। गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मैं यह तय नहीं करूंगा कि अगला कांग्रेस अध्यक्ष कौन होगा।”
राहुल गांधी के इस बयान के बाद साफ हो गया राहुल गांधी अभी भी पार्टी अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। हालांकि, इस बीच पार्टी के दिग्गज नेताओं ने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश भी की, लेकिन सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी अभी भी इस्तीफे की जिद पर अड़े हैं। बुधवार को राहुल गांधी के जन्मदिन के मौके पर भी कई नेताओं ने उनसे कांग्रेस अध्यक्ष बने रहने की अपील की, हालांकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया।