कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुजरात से राज्यसभा सांसद अहमद पटेल आज यानी गुरुवार को गुजरात हाईकोर्ट में पेश होंगे. 2017 के राज्यसभा चुनाव के दौरान उनकी जीत को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और उनके खिलाफ चुनाव में उतरे बलवंत सिंह राजपूत ने अदालत में चुनौती दी है. अहमद पटेल इस मामले में पहली बार अपना बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में पेश होंगे.
खराब सेहत का दिया था हवाला
13 जून को कोर्ट में सुनवाई हुई थी लेकिन अहमद पटेल अपनी सेहत का हवाला देकर हाजिर नहीं हुए, अपनी जगह उन्होंने पूरी घटना के गवाह रहे शक्ति सिंह गोहिल को भेजा था, अहमद पटेल के वकील पंकज चांपानेरी ने हाईकोर्ट में अर्जी दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि पटेल की सेहत ठीक नहीं है जिसकी वजह से वे हाजिर नहीं हो पाए हैं, जिसके बाद गुजरात हाईकोर्ट ने अहमद पटेल को फटकार लगाते हुए समन भेजा था और 20 जून को कोर्ट की सुनवाई में हाजिर रहने का आदेश दिया था।
हालांकि, जज बेला त्रिवेदी द्वारा अहमद पटेल की इस याचिका को पहले ही खारिज कर दी गई थी, जबकि बीजेपी बलवंत सिंह राजपूत के वकील ने दलील दी थी कि अहमद पटेल की याचिका बेबुनियाद है, क्योंकि उन्होंने कहीं पर भी बीमारी को लेकर कोई साफ-साफ जानकारी नहीं दी है. इसके बाद ही कोर्ट ने उन्हें 20 जून को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था.
अहमद पटेल से पहले बीजेपी के अध्यक्ष जीतू वाघानी, गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, विधायक राघवजी पटेल इस मामले में पहले ही अदालत के सामने अपना बयान दर्ज करा चुके हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल ये मामला साल 2017 के दौरान हुए राज्यसभा चुनाव का है, इस चुनाव के दौरान बीजेपी प्रत्याशी राजपूत को अहमद पटेल ने हराया था, चुनाव आयोग ने दो बागी कांग्रेस विधायकों भोला गोहिल और राघवजी पटेल का वोट अवैध घोषित किया था, उन आरोप लगा था कि दोनों ने पार्टी के अधिकृत एजेंट के अलावा अपना वोट सार्वजनिक रूप से दिखाया था, जो कि नियमों के खिलाफ है इसलिए राजपूत ने चुनाव आयोग के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देते हुए खुद को विजयी घोषित करने की मांग की है।