लखनऊ: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने पार्टी के सभी सांसदों के साथ उत्तरप्रदेश के अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। ठाकरे ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले सत्र से पहले अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर का मुद्दा फिर उछाल दिया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य ठाकरे और शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत भी मौजूद रहे।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रामलला के दर्शन के बाद एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कल से संसद का सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में सभी शिवसेना के सांसद रामलला का आशीर्वाद लेने के लिए आए हैं। हम दृढ़ता से मानते हैं कि मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले 7 महीने में उद्धव ठाकरे का ये दूसरा अयोध्या दौरा है। लोकसभा चुनाव से पहले वो अयोध्या आए थे। उन्होंने तब पीएम मोदी से जल्द राम मंदिर निर्माण कराने को कहा था।
शिवसेना के सांसद शनिवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे रविवार को अयोध्या पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सभी शिवसेना के सांसदों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद वो सभी सांसदों के साथ रामलला के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा था कि उद्धव ठाकरे ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि वो लोकसभा चुनाव के बाद पुन अयोध्या आएंगे। इसी वजह से वो यहां आए हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ठाकरे की इस यात्रा को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले शुक्रवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे थे। चुनाव से पहले शिवसेना बीजेपी पर राम मंदिर का दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
साल 2014 में बीजेपी और शिवसेना ने महाराष्ट्र में अलग-अलग विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन चुनाव बाद शिवसेना ने बीजेपी को समर्थन दिया और सरकार में शामिल हुई। पांच साल पहले बीजेपी सबसे पार्टी बनकर उभरी थी। बीजेपी को तब सबसे अधिक 122 सीटें मिली थी लेकिन वो बहुमत से दूर रह गई थी। शिवसेना को 63 सीटें मिली थी। बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस बाद में सीएम बने थे। लोकसभा चुनाव 2019 में भी बीजेपी शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की।