नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच जब हाल-फिलहाल की क्रिकेट भिड़ंत का जिक्र आता है तो विराट कोहली और मोहम्मद आमिर की छवि एकदम लोगों के जेहन में कौंध जाती है। इसका कारण ना केवल दोनों खिलाड़ियों का ऊंचा प्रोफाइल है बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में जिस तरह से आमिर ने भारतीय टॉप ऑर्डर को धराशाई किया था उससे भी आमिर की छवि मजबूत हुई थी। हालांकि उस मैच के बाद से आमिर का करियर उफान पर नहीं रहा है लेकिन इस विश्व कप में एक बार फिर से आमिर अपनी लय में दिखाई दे रहे हैं।
खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जिस तरह से आमिर ने 10 ओवर में 30 रन देकर 5 विकेट लिए थे उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि उनमें अभी भी पुराना आमिर कुछ हद तक बाकी है। ऐसे में टीम इंडिया के सामने क्या आमिर एक चुनौती बनकर उभरेंगे? इस बात का जवाब मैच से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्तान कोहली ने दिया है। कोहली ने कहा, ‘आपको प्रत्येक गेंदबाजी की मजबूती का सम्मान करना होता है। मैं केवल लाल और सफेद गेंद पर फोकस करता हूं ना की गेंदबाज पर मेरा ध्यान रहता है। हां, एक गेंदबाज के कौशल को सम्मान देना चाहिए। मैंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले से पहले कैगिसो रबाडा के लिए भी यही कहा था।’
कोहली ने आगे कहा कि दुनिया में अच्छे गेंदबाजी मौजूद हैं। हमें उनकी ताकत के प्रति सचेत रहना चाहिए लेकिन इसके साथ ही मैं ताकत पर भी ध्यान देता हूं ताकि रन बना सकूं। कोहली ने साफ कहा कि केवल आमिर के विकेट लेने और मेरे रन ना बनाने से ही मैच का नतीजा तय नहीं हो जाता है। टीमों में बाकी के 10 खिलाड़ी भी होते हैं। उन सभी को भी अच्छा खेल दिखाना होता है। कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता मेरी किसी से कोई प्रतियोगिता है। मेरे दिमाग में भी कोई प्रतियोगिता नहीं आती है। अगर आप गेंदबाज के खिलाफ बुरा खेलते हो तो आउट हो जाते हो। बस मेरे लिए यह इतना ही आसान है।’