जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हर कश्मीरी जीवन हमारे लिए मूल्यवान है, हम एक भी जीवन का नुकसान नहीं करते हैं। कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है, केवल कुछ हिंसक घायल हुए हैं, वे भी कमर की चोटों से नीचे हैं।जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा ने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने के बाद कड़े प्रतिबंध आम नागरिकों की जान बचाने के लिए लगाए गए।
राष्ट्र विरोधी ताकतों के लिए इंटरनेट आसान हथियार, कनेक्शनों की बहाली कुछ और समय तक स्थगित रहेगी।राज्यपाल ने स्वीकार किया कि घाटी में प्रदर्शनों के दौरान पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया, कहा-लोगों को चोट न पहुंचे, इसके लिए अत्यंत सावधानी बरती गई।
राज्यपाल ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के लोगों की पहचान और संस्कृति को सुरक्षित रखा जाएगा।बुधवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने स्वीकार किया है किक पैलेट गन का सुरक्षाकर्मियों ने इस्तेमाल लकिया है। इसका इस्तेमेाल घाटी में प्रदर्शन के दौरान लोगों को तितर-बितर करने के लिए किया गया है। पैलेट गन का इस्तेमाल बेहद एहतिहात के साथ किया गया है, जिससे कि लोगों को किसी भी तरह की गंभीर चोट नहीं आए।
मलिक ने कहा कि यह हमारी उपलब्धि है कि किसी के भी मरने की खबर नहीं है। ऐसे आरोप लगाए गए थे कि हम मौत के आंकड़ो को छिपा रहे हैं, लेकिन इससे इतर हम आपके साथ पैलेट गन से घायलों की संख्या को साझा कर रहे हैं।
बता दें कि 5 अगस्त के बाद से ही घाटी में कई तरह की पाबंदियों को लगाया गया है। जो 36 लोग घायल हुए हैं, उसमे से आठ पहले हफ्ते में चोट लगी थी। अधिकारियों ने बताया कि पत्थरबाजी की कुल 200 घटनाएं 5 अगस्त के बाद हुई हैं। कोई भी पैलेट गन से अंधा नहीं हुआ है।