भोपाल। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र में 24 लोगों को ग्रामीणों ने पकड़कर उनसे उठक-बैठक लगवाकर गौ माता की जय के नारे लगवाए। दरअसल, ये आठ लोग पिकअप वाहनों में भरकर ले जाए जा रहे गौवंश ले जा रहे थे। खालवा से दो किलोमीटर दूर सांवलीखेड़ा ने खुद ही यह कार्रवाई की। इसके बाद सभी आरोपितों को एक रस्सी से बांधकर पैदल खालवा थाने लाया गया।
गांव वालों ने रविवार को सुबह 4:30 बजे खालवा शेखपुरा मार्ग से अवैध रूप से वाहन में भरकर महाराष्ट्र ले जाए जा रहे 24 गोवंश को मुक्त कराया और कथित तौर पर तस्करी करने वाले 24 आरोपियों को खालवा पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें इन आरोपियों को रस्सी से बांधकर ले जाया जा रहा है। आरोपियों के साथ चल रही भीड़ इनकी पिटाई भी कर रही है। भीड़ ने आरोपियों से ‘गौ माता की जय’ के नारे भी लगवाए।
ये सारे आरोपी, खंडवा, सीहोर, देवास और हरदा जिले से आए 24 लोग थे। खालवा पुलिस ने सभी पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण कर खार कला की गौशाला में पहुंचा दिया है जबकि आरोपियों के खिलाफ गौवंश अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। जिले के पुलिस अधीक्षक शिवदयाल सिंह के अनुसार, पकड़े गए लोगों ने खुद के मवेशियों को ले जाने का दावा किया था, लेकिन उस दावे को वे साबित नहीं कर सके। पुलिस ने कहा कि 24 में से किसी के पास पशुओं को मेले में ले जाने के दावे को साबित करने के दस्तावेज नहीं थे।
मालूम हो कि गाय के नाम पर होने वाली हिंसा पर रोक लगाने के लिए मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने एक कानून का प्रस्ताव रखा था। गोहत्या विरोधी अधिनियम के तहत यदि कोई शख्स हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उसे छह महीने से लेकर तीन साल की सजा और 25,000 से 50,000 तक जुर्माना देना पड़ेगा। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, 2004 में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया था।