स्टॉकहोम: स्वीडन की जलवायु एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को बुधवार को ‘राइट लाइवलीहुड अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। स्वीडिश ह्यूमन राइट्स प्राइज की जूरी ने बताया कि इस अवॉर्ड को ‘वैकल्पिक नोबल पुरस्कार’ भी कहा जाता है। ग्रेटा के अलावा यह सम्मान अमिनतोउ हैदर (मोरक्को), गुओ जियानमेई (चीन) और डवी कोपेनवारा (ब्राजील) को दिया गया है। ग्रेटा को यह सम्मान जलवायु परिवर्तन को लेकर पूरे विश्व का ध्यान इस ओर आकर्षित करने और तत्काल कदम उठाने की मांग को लेकर प्रदान किया गया।
मालूम हो कि न्यूयॉर्क में सोमवार को संयुक्त राष्ट्र क्लाइमेट एक्शन समिट में एक भावुक भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर वैश्विक नेताओं ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ उचित कदम नहीं उठाए तो तो वे उन्हें माफ नहीं करेंगी। ग्रेटा और 15 अन्य बच्चों ने बाद में जलवायु संकट पर पांच देशों के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की।
अपने भावुक भाषण में वैश्विक नेताओं पर क्लाइमेट एक्शन पर कार्रवाई ना करके अपनी पीढ़ी को धोखा देने का आरोप लगाते हुए थनबर्ग ने कहा, ‘हम आपको ऐसा करके बच निकलने नहीं देंगे।’ उन्होंने कहा, ‘और अगर आपने उचित कदम न उठाकर हमें धोखा दिया तो मैं कहती हूं कि हम आपको कभी माफ नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘यहीं और इसी वक्त हम एक लाइन बनाते हैं। दुनिया जाग रही है। और बदलाव आ रहा है। चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं।’