वडोदरा: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। एक ओर जहां गैर भाजपा सरकारें अपने राज्यों में इसे लागू करने से इनकार कर रही हैं, वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इसका पूरा समर्थन किया है। उन्होंने इस कानून के समर्थन में साबरमती आश्रम में आयोजित रैली को भी संबोधित किया। साथ ही विपक्ष पर अशांति फैलाने का आरोप लगाया।
रुपाणी ने कहा, ‘पाकिस्तान में विभाजन के समय (1947 में) 22 प्रतिशत हिंदू थे। अब प्रताड़ना, बलात्कार और उत्पीड़न की वजह से उनकी जनसंख्या घटकर केवल तीन प्रतिशत रह गई है इसलिए हिंदू भारत वापस आना चाहते हैं। हम वही काम कर रहे हैं, जो कांग्रेस को इन संकटग्रस्त हिंदुओं की मदद के लिए करना चाहिए था और अब हम इसे कर रहे हैं तो आप इसका विरोध कर रहे हैं।’
आगे उन्होंने कहा, ”अब पाकिस्तान में मात्र 3 प्रतिशत हिंदू रह गए हैं। यही कारण है कि वहां से हिंदू पलायन करना चाहते हैं। इस काम में कांग्रेस को हिंदुओं के लिए साथ खड़ा होना चाहिए था तो वह विरोध कर रही है।”
देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों पर विरोध जताते हुए गुजरात भाजपा के नेताओं और सरकार के मंत्रियों ने मंगलवार को राज्य के सभी 33 जिलों में रैलियों में भाग लिया। इन रैलियों और प्रदर्शनों का आयोजन आरएसएस की मदद से नागरिक समितियां कर रही हैं। सूरत में, गुजरात के वन मंत्री गणपत वसावा और क्षेत्र के निवासियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के निकट प्रदर्शन में हिस्सा लिया और संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन किया।
कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस पर हम’ला करते हुए सीएम रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस नागरिकता कानून को लेकर महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इच्छाओं का सम्मान नहीं कर रही है।