गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर रविवार एक केबल ब्रिज टूट गया। इस हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं अबतक 175 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। गुजरात सरकार के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने सोमवार सुबह तक मृतकों की संख्या 132 बताई है। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन भी किया गया है।
उन्होंने बताया है कि सभी रातभर राहत बचाव के काम में लगे रहे। नौसेना, एनडीआरएफ, एयर फोर्स और आर्मी के जवान घटना के बाद तत्काल मौके पर पहुंचे। रातभर करीब 200 से ज्यादा जवान तलाशी और राहत कार्यों में लगे रहे। मोरबी हादसे पर खुद गृहमंत्री अमित शाह की करीबी नजर है। गुजरात के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भी पूरे हालात का जायजा लिया और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को घटनास्थल की हर जानकारी दी गई।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मोरबी नगरपालिका के मुख्य अधिकारी संदीपसिंह जाला ने कहा, ‘पुल मोरबी नगरपालिका की संपत्ति है, लेकिन हमने 15 सालों तक रखरखाव और संचालन के लिए इसे कुछ महीनों पहले ओरेवा ग्रुप को सौंपा था। हालांकि, निजी कंपनी ने हमें जानकारी दिए पुल आने वालों के लिए खोल दिया था। इसके चलते हम पुल का सेफ्टी ऑडिट नहीं करा सके।’
गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने आगे कहा आज राष्ट्रीय एकता दिवस हमें इस दुख की घड़ी में एकजुट होकर अपने कर्तव्य पथ पर रहने की संवेदना दे रहा है। अस्पताल में लगातार इलाज चल रहा है। हादसे की ख़बर मिलने के बाद ही CM भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंच गए थे। जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई है।